एलएनसीटी एंड एस में नेशनल इंजीनियर्स डे (राष्ट्रीय अभियंता दिवस) हर्ष, उल्लास और गरिमा के साथ मनाया गया, इंस्टिट्यूट इन्नोवेशन काउंसिल, ई सेल, कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंग डिपार्मेंट और साइबर सिक्योरिटी डिपार्टमेंट ने संयुक्त रूप से आज भारत के महानतम इंजीनियरों में से एक, सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती के उपलक्ष्य में नेशनल इंजीनियर डे मनाया, इस अवसर पर विविध सांस्कृतिक और बौद्धिक कार्यक्रम आयोजित हुए।
डॉ. बी एन बरतरिया, प्राचार्य एलएनसीटी एंड एस ने श्री विश्वेश्वरैया जी के राष्ट्र को समर्पित कार्यों का उल्लेख किया एवं उसे प्रेरणा लेने का आह्वान किया साथ ही अपने समूह द्वारा कैंपस में स्थापित इनक्यूबेशन सेंटर, आईडिया लेब, ड्रोन लैब, ई वी लैब का अधिकतम लाभ लेने का आह्वान किया।
। संस्था के ओएसडी, प्रो. डा. अमितबोध उपाध्याय ने कहा कि आज राष्ट्र महान इंजीनियर सर विश्वेश्वरैया जी के राष्ट्र निर्माण में योगदान को याद करते हुए गर्व महसूस कर रहा है और आप सभी स्थानीय और राष्ट्रीय समस्याओं के समाधान में अपना योगदान देकर आत्म निर्भर भारत में अपना योगदान सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर आई पी आर ओर सामान्य ज्ञान वर्धक क्विज भी आयोजित किए गए।
डॉ भूपेश गौर, डा. शैलेंद्र गुप्ता, डा . आशीष खरे, डा. भावना पिल्लई, प्रो पराग सोहनी, डा संजीत कुमार , डा सुनील फूलरे, प्रो खुशबु राय, बड़ी संख्या में विधार्थी, ई सेल के वालंटियर्स, आई आई सी मेंबर्स ने कार्यक्रम में सक्रिय भाग लिया।
डा. अनुपम चौकसे सर, सचिव एलएनसीटी समूह ने अपने संदेश में कहा….
भारत के महानतम इंजीनियरों में से एक, सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती के उपलक्ष्य में हर साल 15 सितंबर को राष्ट्रीय इंजीनियर्स दिवस मनाया जाता है। इंजीनियरिंग में अपने अग्रणी योगदान के लिए आप प्रसिद्ध हैं, आपने नवीन डिज़ाइनों, दूरदर्शी योजनाओं और व्यावहारिक समाधानों के माध्यम से देश के बुनियादी ढाँचे के आधुनिकरण में अमूल्य योगदान दिया , , जिसमें तकनीकी उत्कृष्टता और सामाजिक प्रभाव का संयोजन था। एक अर्थशास्त्री, राजनेता और लेखक के रूप में उनके कार्यों के अलावा, एक इंजीनियर के रूप में उनकी असाधारण उपलब्धियाँ पीढ़ियों को प्रेरित करती रहती हैं और समस्या-समाधान, नवाचार और राष्ट्र-निर्माण के लिए एक मानक स्थापित करती हैं।